पटना......सनातन संस्कृति में पुनीत कार्य करने से पहले ईश्वरीय सत्ता को निष्ठा से जगाने-मनाने पर वल
दिया गया है।निष्ठा से समर्पित पूजा के बाद ही शुभ कार्य शुरू किया जाता रहा है। देवोत्थान से विवाह समेत सारे शुद्ध कार्य जुड़े हैं। विष्णु प्रिया तुलसी विवाह भी इसी का अंग है।आज निष्ठा से इसे मनाया गया। दैवज्ञशिरोमणि ज्योतिष विद्वान पंडित गणेश कांत झा ने सनातन संस्कृति को सराहनीय मानते हुए सर्वजन हितार्थ की बात कही।आज पटना में सनातन संस्कृति में विश्वास रखने वाले लोगों ने देवोत्थान एकादशी व्रत करते हुए तुलसी विवाह का सुख पाया।